Monday 10 August 2015

पेट की चर्बी दूर भगाने के लिए करें ये 7 आसन, मिलेगा फायदा

No comments :
भुजंगासन

पेट की चर्बी कम करने के लिए भुंजगासन जरूर करें। इस आसन के लिए जमीन पर उलटे लेट जाएं। अब अपने दोनों हाथों को अपने लंग्स से सटाकर जमीन पर रखें और शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं। इससे बैक पेन में भी आराम मिलता है।



सावधानी - प्रेग्नेंट महिलाएं, हर्निया, हाइपर थायराइड, पेप्टिक अल्सर और पीठ पर चोट से पीड़ित लोग इस आसन को न करें।

बालासन


जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि इस आसन में बच्चों की तरह पोज बनाना है। इसके लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाइए। अब अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाइए और धीर-धीरे आगे की तरफ झुकते हुए हथेलियों को जमीन से लगा दीजिए।




ध्यान रहे ऐसा करते वक्त चेस्ट थाई के ऊपर हो। इस आसन से पेट की चर्बी तो कम होती ही है साथ ही लोअर बैक पेन भी चला जाता है।

सावधानी - गर्भवती महिलाएं और वो लोग इस आसान को न करें जिनके घुटनों में चोट लगी हो।


जथारा परिवार्थासन


इस आसन में जमीन पर सीधे लेट जाएं। अब अपने दाएं पैर को मोड़े और बाएं पैर के घुटने से लगा दें और बाया हाथ मुड़े हुए पैर पर रखे और सिर को अपोजिट डायरेक्शन में करें। दाया हाथ खुला उसी ओर फैला दें। 



अब इस क्रम को दूसरे पैर से करें। इससे चमत्कारी ढंग से पेट की चर्बी जाती है और कमर दर्द में आराम मिलता है। नींद भी अच्छी आती है।

धनुरासन


इसके लिए सबसे पहले जमीन पर उलटे लेट जाएं। अब हाथ और पैरों को ऊपर उठाते हुए हाथों से पैरों को पकड़ें। कोशिश करें कि आप पेट के बल हो जाएं। इससे पेट की चर्बी कम करने में जल्द ही लाभ मिलता है। बैक पेन में भी आराम मिलता है।



पाद पश्चिमोत्तासन

ये एक आसान सा आसन है। इसके लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाइए। अपने हाथों को ऊपर ले जाइए। अब सामने की तरफ झुकते हुए हाथों की हथेलियां अपने पैरों के निचले हिस्से के पीछे लगा दीजिए और सिर को घुटनों से लगाइए। इस आसन को करते वक्त सांस को धीरे-धीरे बाहर छोड़ें। पेट की चर्बी घटाने में ये आसान सा आसन काफी कारगर है।





पवनमुक्तासन

दाएं पैर को मोड़कर छाती से लगाएं। इसके बाद दोनों हाथों की उंगलियों को घुटने के नीचे आपस में मिलकार पकड़े। सांस छोड़ते हुए सिर को ऊपर उठाएं और नाक से घुटने का स्पर्श करें। इसके बाद बाएं पैर से इसी प्रकार आसन का अभ्यास करें। दोनों पैरों से अलग अलग अभ्यास करने के बाद दोनों पैरों से एक साथ इस क्रिया को दोहराएं।



इससे पेट की चर्बी तो दूर होती ही है साथ ही वायु विकार, अपच, गठिया, कमर दर्द भी दूर होता है।

सावधानी - हर्निया, कंधों में दर्द होने पर इस आसन को न करें।

No comments :

Post a Comment